GST समझे भानू बंजारे की कलम से
GST
(वस्तु एवं सेवा कर)GST क्या है
GST के प्रकार
GST की आवश्यकता
GST किस तरह से कार्य करेगा(चार्ट के माध्यम से समझे)
GST में कर की दरें
GST के दायरे में और बाहर की चीजें
GST का आम लोगो पे प्रभाव
(आइये साधारण शब्दो मे समझे)
GST(goods and services tex)
(वस्तु एवं सेवा कर)
यह अप्रत्यक्ष कर है,यह एक एकीकृत कर है जो वस्तुओ एवं सेवाओ दोनों पे लगेगा।
GST लगने के बाद सम्पूर्ण भारत एकीकृत बाजार में तब्दील हो गया है और अधिकतर अप्रत्यक्ष कर जैसे केंद्रीय उत्पाद शुल्क, सेवा कर, VAT,मनोरंजन कर आदि अप्रत्यक्ष कर समाप्त होकर GST में समाहित हो गए है। अब भारत सिंगल टेक्स वाली अर्थव्यवस्था में तब्दील हो गया है, अब सभी वस्तुओं और सेवाओं में जो एक टैक्स लगेगा वो GST के नाम से जाना जा रहा है। दुनिया के 165 देशों में GST लागू है।
*GST के प्रकार*
(1)-- CGST(केंद्र सरकार वसूलेगा)
(2)--SGST(राज्य सरकार वसूलेगा)
(3)--IGST(एक साथ दोनों वसूलेंगे)
संघीय ढांचे को बनाये रखने के लिए GST तीन स्तरों में होगा
(1)केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर(CGST)- इस कर को केंद्र सरकार वसूलेगा
(2)राज्य वस्तु एवं सेवा कर(SGST)-इसे राज्य सरकार वसूलेगा
(3)एकीकृत वस्तु एवं सेवा कर(IGST)- एक राज्य से दूसरे राज्य में वस्तुओं की बिक्री और सेवा में यह कर लगेगा इसका एक हिस्सा केंद्र सरकार और दूसरा हिस्सा वस्तुओं और सेवा को उपयोग करने वाले राज्य को प्राप्त होगा।
*GST आवश्यक क्यो है।*
भारत का वर्त्तमान कर ढांचा बहुत ही जटिल है। भारतीय संविधान के अंतर्गत वस्तुओं के बिक्री पर कर लगाने का अधिकार राज्य सरकार को है और वस्तुओं के निर्माण और सेवा में कर लगाने का अधिकार केंद्र सरकार को है इसलिए पूरे देश मे अलग अलग प्रकार के कर है छोटे कम्पनियो और उद्योगों को अलग अलग कर देना मुश्किल हो जाता है।इन जटिलताओं को सुधारने के लिए GST जरूरी है।
*किस तरह से कार्य करेगा GST*
चार्ट के माध्यम से समझते है-
वर्तमान समय मे कर व्यवस्था व वस्तुओं की कीमत-
माना कोई वस्तु 100 रुपये में ली गई इसमें 12% exise duty लगाई गई तो इसकी कीमत 112 रुपये हो गई। अब वो वस्तु राज्य में बिक्री के लिए आई तो उसमे 14% VAT(बाजार कर)लगता है जो 112 रुपये में लगा न कि वस्तु की कीमत 100 में अर्थात यह टैक्स के ऊपर टैक्स है। जिससे वस्तुएं महंगी हो जाती है।
*GST लागू होने के बाद वस्तुओं की कीमत-*
यदि कोई वस्तु 100 रुपये में तैयार होती है जिसमे माना कि 18%GST लगा तो वस्तु की सीधी कीमत 118 रुपये हो गई ।
आइये इसे चार्ट के माध्यम से समझते है-
GST में कर की दरें-
इसको 5 भागो में बांटा गया है-0%,5%,12%,18% और 28% GST की अधिकतम सीमा 28% रखी गई है। इसके बाद अधिकतर वस्तुओं की कीमत कम हो जाएगी लेकिन सेवा कर बड़ जाएगी।लेकिन सेवा कर भी एक निश्चित हो जाएगी और हर साल बढ़ोतरी नही होगी।
वस्तुएं एवं सेवाएं जिन पर कोई कर नही होगा(0%)--
वस्तुएं--दैनिक जीवन की सभी वस्तुएं जैसे दूध,दही,फल,सब्जियां,आटा,ब्रेड,नमक ,अख़बार,मछली ,चिकन किताबे आदि।
सेवाएं--1000 रुपये के कम के होटल इत्यादि
वस्तुएं एवं सेवाएं जिन पर 5%कर लगेगा--
वस्तुएं--डब्बा बन्द खाना,डब्बा बन्द पनीर,काफी ,चाय ,मसाले दवाएं इत्यादि।
सेवाएं- ट्रांसपोर्ट सेवाएं एवं छोटे रेस्टोरेंट
वस्तुएं एवं सेवाएं जिन पर 12%टैक्स लगेगा-
वस्तुएं- आयुर्वेद दवाएं,डब्बा बन्द मेवे, सिलाई मशीन,मोबाइल फोन इत्यादि।
सेवाएं-बिना ac के होटल,बिजनेस क्लास एयर टिकट इत्यादि।
वस्तुएं एवं सेवाएं जिन पर 18% टैक्स लगेगा-
वस्तुएं-कैमरा,स्पीकर,पेस्ट्रीज,केक,मिनरल वाटर,आइस क्रीम, नोट बुक इत्यादि
सेवाएं-ac होटल,टेलीकॉम सेवाएं,it सेवाएं ,ब्रांडेड कपड़े इत्यादि।
वस्तएं एवं सेवाएं जिन पर 28%टैक्स लगेगा-
वस्तुएं-चॉकलेट,पान मसाला,वाटर हीटर,वैक्यूम क्लीनर,वाशिंग मशीन,आटोमोबाइल इत्यादि।
सेवाएं- 5 स्टार होटल, सिनेमा इत्यादि।
*GST के दायरे में आने वाले लोग-*
(1)20 लाख रुपये या उससे कम वार्षिक कारोबार करने वाले लोग GST के दायरे में नही आएंगे।पूर्वोत्तर एवं विशेष दर्जा वाले राज्य जैसे जम्मू काश्मीर,हिमाचल प्रदेश में ये सिमा 10 लाख होगा।ऐसे व्यापारी GST के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते है।ताकि इनको इनपुट टैक्स क्रेडिट(खरीदे समान पर चुकाया कर)का फायदा मिल सके।
(2) 20 लाख रुपये से ज्यादा लेकिन डेढ़ करोड़ से कम सालाना कारोबार करने वाले 90%व्यापारी राज्य सरकार के नियंत्रण में आएंगे और 10%व्यापारी केंद्र सरकार के नियंत्रण में आएंगे।
(3)डेढ करोड़ से ज्यादा सालाना व्यापार करने वाले व्यापारी आधा राज्य सरकार और आधा केंद्र सरकार के नियंत्रण में होंगे।
GST के तहत उन सभी कारोबारियों और उत्पादकों, सेवा प्रदाताओं को रजिस्टर्ड होना पड़ेगा जिनकी एक वर्ष में कुल बिक्री का मूल्य एक निश्चित मूल्य से अधिक होगा।
GST के बाहर की चीजें
शराब पूरी तरह से GST के बाहर होगी पूर्व की तरह आबकारी लगती रहेगी।पेट्रोल,रसोई गैस, डीजल अभी फिलहाल GST से बाहर है।शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से GST से बाहर है।
GST का आम लोगो पे प्रभाव
अप्रत्यक्ष करो का मार अंत मे उपभोक्ताओं को ही झेलना पड़ता है,लेकिन पूरे भारत मे एक कर लगने से वस्तुओं के लागत में कमी आएगी जबकि सेवाएं महंगी हो जाएंगी।
वर्तमान स्थिति ऐसी है कि हमे किसी भी समान पर लगभग 30% से 35%तक टैक्स भरना पड़ता है।की चीजों पर तो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर के रूप में 50%तक टैक्स पहुंच जाता है।GST के बाद टैक्स की दरे कम हो जाएगा और सरल हो जाएगा।अतः GST सम्पूर्ण देश वासियो के हित में है।
Good
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